तुम्हारी आँखों की इस रात में
जो सितारे चमकते हैं
हर रात उन्हें मेरे घर का हरसिंगार चुरा लाता है
मैं रात देर तक उसके नीचे खड़ा तुम्हारी खुश्बू लेता हूँ
और अलसुबह उन्हें बीन लाता हूँ
तुम्हें फिर से लौटाने के लिए
इस तरह मैं तुमसे मिलने और उस सितारों भरी रात को महसूसने का
एक और बहाना उठा लाता हूँ
Thursday, November 25, 2010
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रात, हरश्रंगार, सितारे, सब के सब प्रतीक एक चाह भरी बात के।
ReplyDeleteइस तरह मैं तुमसे मिलने और उस सितारों भरी रात को महसूसने का
ReplyDeleteएक और बहाना उठा लाता हूँ
मिलने का इससे ज्यादा अच्छा बहाना नहीं सुना... बहुत खूब...
sundar pramod
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